कारोबार के लिए चुनौतियां
उन बैचलर्स के लिए अपनी पसंद का खाना मिलना मुश्किल होता है जो अपनी नौकरी आदि के सिलसिले में घर से दूर अकेले रह रहे हैं, भले ही वे अतिरिक्त पैसा देने के लिए क्यों न तैयार हों। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि यह समस्या केवल बैचलर्स की है। समय के अभाव के कारण विभिन्न एकल परिवार भी इस तरह की समस्या का सामना करते हैं। इसी समस्या को आप अपने लिए कारोबारी मौके में बदल सकते हैं।
आप एक टिफिन सेवा शुरू कर सकते हैं। हालांकि इस क्षेत्र में बहुत सारे असंगठित खिलाड़ी पहले से मौजूद हैं, दो वजहों से आपके लिए इस क्षेत्र में जगह बनती है। पहला, यह बाजार काफी बड़ा है और बढ़ते शहरीकरण की वजह से लगातार बढ़ रहा है। दूसरा, इस क्षेत्र में काम करने वाले मौजूदा खिलाड़ी अपने ग्राहकों की जरूरतों को ठीक तरह से पूरा नहीं कर पा रहे हैं। ग्राहक घर से दूर घर जैसे खाने की जो उम्मीद टिफिन सेवा देने वालों से लगाते हैं, वह शायद ही कभी पूरी होती है।
ऐसे में अगर आप लगातार अच्छा खाना मुहैया करा पाने में कामयाब रहते हैं तो इस बात की काफी संभावना है कि आपके पास जल्दी ही अच्छा-खासा ग्राहक आधार तैयार हो जाएगा। इसके अलावा आपके पास अपने काम को बढ़ाने के भी काफी मौके होंगे। आप इस काम की शुरुआत ऑफिस जाने वालों और अन्य लोगों को लंच देने से कर सकते हैं। यदि काम चल निकले तो फिर आप कॉरपोरेट ग्राहकों से शाम के नाश्ते का ऑर्डर ले सकते हैं। इसके अलावा आप पार्टियों या अन्य मौकों के लिए भी ऑर्डर हासिल कर सकते हैं।
कारोबार के लिए जरूरी निवेश
इस कारोबार के लिए शुरुआत में तीन लाख रुपए के निवेश की जरूरत होगी। सबसे पहले आपको एक ऐसी जगह की जरूरत होगी, जहां खाना बना कर उसे पैक किया जा सके। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में ऐसी जगह 10 हजार रुपए प्रति माह के किराए पर ली जा सकती है। खाना बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले बर्तन आदि व टिफिन बॉक्सेज पर 50 हजार रुपए का खर्च आएगा। इसके बाद आपको कम से कम दो दोपहिया वाहन खरीदने होंगे जिनसे आप टिफिन बॉक्सेज की डिलिवरी करेंगे। इनके लिए शुरुआत में 70 हजार रुपए खर्च करने होंगे। इसके अतिरिक्त खाना बनाने और डिलिवरी करने वालों की नियुक्ति करनी होगी। इन पांच लोगों के वेतन पर हर महीने 40 हजार रुपए खर्च आएगा।
कारोबार की सफलता के लिए
कारोबार की कामयाबी इस बात पर निर्भर करेगी कि आप किस तरह इस सेवा की जानकारी लोगों तक पहुंचा सकते हैं। इसकी मार्केटिंग किस तरह करनी है यह आपको तय करना है। अगर आप छोटे स्तर से शुरू करना चाहते हैं तो अपने आसपास के क्षेत्र में स्थित विभिन्न कार्यालयों में जाकर वहां से टिफिन के लिए ऑर्डर लेने की कोशिश कर सकते हैं। इसके अलावा आप अखबारों के साथ पैम्फलेट भी बंटवा सकते हैं। हालांकि इस क्षेत्र में काम करने वाले इंटरप्रेन्योर्स की नई नस्ल तो ऑर्डर लेने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल कर रही है।
लेकिन इस क्षेत्र में सबसे अधिक काम करता है वह मौखिक प्रचार जो आपके द्वारा भेजा गया खाना खाने के बाद आपका ग्राहक दूसरे से करता है। लेकिन यह केवल तभी संभव हो सकेगा जब आपके मौजूदा ग्राहक आपके खाने से संतुष्ट होंगे। इसके लिए आपके लिए यह जरूरी होगा कि आप शुद्ध और ताजा खाना मुहैया कराएं। इस मोर्चे पर कुछ रुपए बचाने की कोशिश में लंबी अवधि में आपको घाटा सहना पड़ सकता है।
प्रेजरवेटिव्स, आर्टिफिशियल कलर्स और एडिटिव्स के इस्तेमाल से बचना चाहिए। इसके अलावा यह बात भी काफी महत्वपूर्ण है कि आप किस तरह खाना सर्व करते हैं। आपको ऐसे टिफिन बॉक्स का इस्तेमाल करना चाहिए जिसमें उसका तापमान बना रहे और साथ ही उसकी ताजगी भी। आपको अपने खाने का मूल्य इस तरह तय करना चाहिए जो आपके ग्राहकों के अनुकूल हो। इसके अतिरिक्त एक अन्य बात जिस पर ध्यान देना है, वह है खाने की समय से डिलिवरी। जहां तक संभव हो, डिलिवरी करने वाले लडक़ों को निश्चित रूट और प्रोग्राम दिया जाए ताकि वे हर किसी को समय से खाना पहुंचा सकें।
इसके अलावा, समय को लेकर झूठे वादे नहीं करने चाहिए। यदि आपको लगता है कि आप 30 मिनट बाद खाना पहुंचा सकेंगे तो यह बात उस ग्राहक से बताएं। एक समय तय करने के बाद उस समय पर डिलिवरी न देने से आप अपना ग्राहक खो सकते हैं।
निवेश पर मिलने वाला रिटर्न
चार लोगों की एक टीम के जरिए काम करने वाली मुस्कान टिफिन सर्विस हर रोज दोपहर में नोएडा के कार्यालयों में 70 लोगों को लंच पहुंचाती है। अपने प्रत्येक ग्राहक से यह शाकाहारी खाने के लिए 45 रुपए, जबकि मांसाहारी खाने के लिए 60 रुपए वसूलती है। इस सेवा को चलाने वाले प्रमोद कुमार, जिन्होंने साल 2009 में यह काम शुरू किया था, बताते हैं, यदि इस कारोबार को बड़े स्तर पर किया जाए तो इससे 50-60 फीसदी का मार्जिन हासिल किया जा सकता है। यदि कोई कारोबारी हर रोज 100 लोगों को लंच की डिलिवरी करता है तो हर महीने उसे मोटे तौर पर 1.25 लाख रुपए की आमदनी हो सकती है। इसमें से ऊपर बताए गए सभी खर्च निकाल देने पर वह व्यक्ति हर महीने 30 हजार रुपए तक का मुनाफा हासिल कर सकता है।
चुनौतियां
हालांकि इस क्षेत्र में ग्राहकों का एक बड़ा वर्ग मौजूदा है और इनकी संख्या दिन प्रति दिन बढ़ रही है, लेकिन इस कारोबार के साथ कुछ खास चुनौतियां भी जुड़ी हुई हैं। कुमार बताते हैं, टिफिन सेवा देना एक पूर्णकालिक काम है। इसके अलावा आप और कुछ करने की नहीं सोच सकते। चूंकि इस काम में कड़ी मेहनत की जरूरत होती है, ऐसे में इसके लिए कर्मचारी तलाश करना आसान नहीं होता।
इससे संबंधित अगली चुनौती ऑर्डर चैनलिंग से जुड़ी है, यानि किस तरह आप ऑर्डर हासिल करते हैं। इसके अलावा शुरुआत में लंच लेने के लिए लोगों को राजी करना भी आसान नहीं होता। कुमार कहते हैं, चूंकि लोग अपने स्वास्थ्य को जोखिम में नहीं डालना चाहते और नए व्यक्ति द्वारा दिए जाने वाले लंच की गुणवत्ता के बारे में आश्वस्त नहीं होते, ऐसे में वे अपने पुराने आपूर्तिकर्ता के साथ ही जुड़े रहते हैं। लेकिन नया कारोबार शुरू करने वाले व्यक्ति को लगातार कोशिश करती रहनी होती है। कुमार यह कोशिश करते हैं कि हफ्ते के हर दिन नए मेन्यू के हिसाब से खाना दिया जाए। इसके अलावा कीमतों का ध्यान रखना काफी जरूरी है।
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