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एज्युकेश न्यूज ग्रुप

*🌀महत्वपूर्ण जानकारी🌀*                              *प्रिय सदस्यों*,          *हम जब किसी ग्रूप के सदस्य होते हैं। हमें एक प्रॉब्लम आती है। हम में से कईयों के फ़ोन में स्पेस कम होता है और ग्रूप में अधिक मात्रा में आई अथवा/एवं डबल-ट्रिपल आई मीडिया (फ़ोटो, ऑडियो, वीडियो) की वजह से स्पेस भर जाने से फ़ोन हैंग होने लगता है।*           *इसके हल में व्हॉट्सऐप ने एक नया फ़ीचर जोड़ा है जो कि ग्रूप में ही ऐक्टिव किया जा सकता है।*           *अब हम मीडिया बिना डाउनलोड किए ग्रूप में देख सुन सकेंगे… अर्थात अब मीडिया फाईलें, मोबाईल में डाऊनलोड हुए बिना भी ग्रूप में देखी सुनी जा सकती हैं।*           *इसे निम्नानुसार तरीक़े से ऐक्टिव किया जा सकता है* :-    *1.*  _ऊपर में दायें कॉर्नर में दिए 3 खड़े डॉट्स को टैप (टॅच) करें_   *2.*  _पहले ऑप्शन ग्रूप इंफो को टैप करें_   *3.*  _यहाँ हमें त...

पहले जीवित प्राणी को अंतरिक्ष में भेजा

1957- आज ही के दिन सोवियत संघ ने इतिहास में पहले जीवित प्राणी को अंतरिक्ष में भेजा था। ये जीव रूसी नस्ल की एक कुतिया थी, जिसका नाम लाइका था। लाइका को स्पुतनिक-दो नामक उपग्रह के साथ बैकानूर अंतरिक्ष स्टेशन से रवाना किया गया था। उसी साल चार अक्टूबर को स्पुतनिक नाम के अंतरिक्ष यान का प्रक्षेपण किया गया था जो आज भी पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है। लाइका उड़ान के शुरुआती घंटों में बेहद शांत थी और उसकी हृदय गति और शरीर के दूसरे अंग भी सही तरीके से काम कर रहे थे। लाइका को अंतरिक्ष में भेजने के पीछे रूसी वैज्ञानिकों का मकसद ये जानना था कि जीवित प्राणी पर सौर विकिरण और भारहीनता का क्या असर होता है। हालांकि पशु संगठनों ने इस पर नाराजगी जाहिर की थी। इस प्रक्षेपण के बाद रूस ने अंतरिक्ष में पहले मानव के रूप में वोस्तोक 1 पर यूरी गागरिन को भेजा था।

संगीत के शौकीनों के लिए ये पांच एप्स

स्पॉटिफाई, पेंडोरा, एपल म्यूजिक के अलावा  भी कई एप्स एेसी हैं जिनकी खूबियां इन्हें  डाउनलोड करने पर मजबूर करती हैं... क्वेलोकॉन्सर्ट्स(QelloConcerts)  इसकी मदद से आप फुल-लेंथ कॉन्सर्ट्स को अपने फोन पर लाइव देख सकते हैं। तमाम आर्टिस्ट आपको यहां मिल जाएंगे। इसके रहते आप कभी अफसोस नहीं करेंगे कि अपने फेवरेट आर्टिस्ट का कॉन्सर्ट मिस कर दिया। म्यूजिक्समैच (musixmatch) यह आपके स्पॉटिफाई और एपल म्यूजिक अकाउंट से लिंक हो जाती है। जो गाना प्लेकरेंगे, ये उसके बोल दिखाएगी। यह दूसरी भाषाओं में भी गाने के बोल का अनुवाद करती है। यह एप गानों को पहचानने में भी सक्षम है। जैमकैम (JamCam ) इस म्यूजिक एप की मदद से आप अपने शॉर्ट वीडियो बना सकते हैं। इनकी लंबाई 15 सेकंड तक हो सकती है। बैकग्राउंड में अपने पसंद का कोई भी गाना सुना सकते हैं। इसके जरिए दोस्तों को अपनी पसंद के म्यूजिक से परिचित भी करवा सकते हैं। अलार्म क्लॉक फॉर मी (alarmclockforme) यह अलार्म क्लॉक एप आपकी ही म्यूजिक लाइब्रेरी से कोई गाना सुनाकर आपको नींद से जगाती है। इसमें स्लीप टाइम...

सैमसंग ने पेश किया फोल्डेबल स्मार्टफोन

  सैमसंग ने डेवलपर्स कॉन्फ्रेंस में फोल्डेबल स्मार्टफोन पेश किया। यह फोन टैबलटे जैसा है। इसका स्क्रीन साइज 7.3 इंच है। इसे फोल्डकर जेब में रख सकते हंै। कंपनी ने दूसरे फीचर्स और कीमत नहीं बताई। सैमसंग अगले साल की शुरुआत में बड़े पैमाने पर इसका प्रोडक्शन शुरू कर सकती है। कंपनी ने एंड्रॉयड डवलपर्स से अपने फोल्डेबल फोन के लिए ऐप तैयार करने के लिए कहा है। विश्लेषकों के मुताबिक सैमसंग के फोन की फोल्डेबल स्क्रीन ग्राहकों के लिए नया एक्सपीरियंस होगी। लकिन े , इसकी मोटाई और कीमत शायद उन्हें पसंद नहीं आएगी। शुरुआत में फोल्डेबल फोन के दाम ज्यादा रखे जा सकते हैं सैमसंग व हुवावे फोल्डेबल फोन की रेस में थी। पर रोयॉल इसमें आगे रही। {रोयॉल के फोल्डेबल फोन की बुकिंग अगले महीने शुरू होगी। {रोयॉल फ्लैक्सीपाई फोल्डेबल फोन की कीमत करीब 95,400 रुपए से शुरू होगी। दिसंबर से इसकी बुकिंग शुरू हो जाएगी। सैमसंग एस10 ऑल स्क्रीन डिस्प्ले वाला फोन होगा टेक साइट सैमसंग एस10 से जुड़े कुछ लीकेज सामने आए हैं। इनमें दावा किया जा रहा है कि यह फोन प्रीमियम सेगमेंट में पहला ऐसा फोन होगा जिसमें ...

पहले विंडो की शुरुआत

35 साल पहले माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल  गेट्स ने विंडोज 1.0 लाने की घोषणा की थी 1983- आज ही के दिन माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने विंडो 1.0 लाने की घोषणा की थी। इससे पहले विंडो की शुरुआत हुई थी। 1981 में उस समय इसका नाम एमएस विंडोज था जिसका पूरा नाम माइक्रोसॉफ्ट डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम है। यह आईबीएम के पर्सनल कंप्यूटर के लिए बनाया गया था। इसमें यूजर इंटरफेस के नाम पर कुछ भी नहीं था। इसमें आप सिर्फ कमांड टाइप करके इस्तेमाल कर सकते थे। उस समय कंप्यूटर की एक सिर्फ ब्लैक स्क्रीन होती थी। विंडो 1.0 वर्जन लाने की घोषणा के बाद 1985 में विंडोज लांच कर दिया गया। नया ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज 1.0 इस ऑपरेटिंग सिस्टम की सबसे खास बात यह थी कि इसमें आपको सिर्फ टाइप ही नहीं करना होता था। इसमें आप पॉइंट करके विंडो जो बॉक्स का इंटरफेस होता है,जिसे आज हम देखते हैं। इसमें हम लिखने के साथ-साथ सिलेक्ट भी कर सकते थे। खास : माइक्रोसॉफ्ट अब तक विंडोज के कई अपडेट वर्जन जारी कर चुका है। इनमें से विंडोज 10 सबसे नया है। इसे माइक्रोसॉफ्ट ने 2015 में जारी किया था।