माँ की दुआ

माँ तो जन्नत का फूल है

प्यार करना उसका उसूल है

दुनिया की मोहब्बत फिजूल है

माँ की हर दुआ कबूल है

माँ को नाराज करना

इंसान तेरी भूल है @@@

माँ के कदमो की मिट्टी @@##

जन्नत की धूल है@@@


आप का साथी (pranveer)।।।।।


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कभी किसी को माँ की गाली ना दे। माँ तो माँ होती है।🙏
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पहली बार किसी गज़ल को पढ़कर आंसू आ गए ।
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शख्सियत, ए 'लख्ते-जिगर, कहला न सका ।
जन्नत,, के धनी "पैर,, कभी सहला न सका ।
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दुध, पिलाया उसने छाती से निचोड़कर,
मैं 'निकम्मा, कभी 1 ग्लास पानी पिला न सका ।
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बुढापे का "सहारा,, हूँ 'अहसास' दिला न सका
पेट पर सुलाने वाली को 'मखमल, पर सुला न सका ।
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वो 'भूखी, सो गई 'बहू, के 'डर, से एकबार मांगकर,
मैं "सुकुन,, के 'दो, निवाले उसे खिला न सका ।
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नजरें उन 'बुढी, "आंखों,, से कभी मिला न सका ।
वो 'दर्द, सहती रही में खटिया पर तिलमिला न सका ।
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जो हर "जीवनभर" 'ममता, के रंग पहनाती रही मुझे,
उसे "त्यौहार" पर दो 'जोडे़, कपडे सिला न सका ।
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"बिमार बिस्तर से उसे 'शिफा, दिला न सका ।
'खर्च के डर से उसे बडे़ अस्पताल, ले जा न सका ।
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"माँ" के बेटा कहकर 'दम, तौडने बाद से अब तक सोच रहा हूँ,
'दवाई, इतनी भी "महंगी,, न थी के मैं ला ना सका ।
माँ तो माँ होती है ...
भाईयों माँ अगर कभी गुस्से मे गाली भी दे
तो उसे उसका आशी्रवाद समझकर भूला देना चाहिए| ,,
मैं यह वादा करता हूँ अगर यह पोस्ट आप हर ग्रुप मे भेजोगे।
तो कम से कम ईस पोस्ट को पढ कर अपनी माँ के बारे मे जोभी गलत करते है वो सोचेंगे जरुर...!!!


pranveerk.blogspot.com

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